जयंती पर श्यामकृष्ण का भावपूर्ण स्मरण
मेरठ। दौराला नगर स्थित भगवान देवी विद्यापीठ के प्रांगण में सोमवार को सागर पार भारतीय क्रांति के पहले प्रचारक श्याम कृष्ण जी के जन्म दिवस पर उनको भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
धीरेन्द्र राकेश भारद्वाज ने उनके जीवन पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि 73 वर्ष बाद श्यामजी की अस्थियों को नरेंद्र मोदी भारत लाये थे। श्याम कृष्ण जी अपने अंतिम दिनों में जेनेवा में रहे। वहीं 30 मार्च 1930 में इनका देहावसान हो गया। उनकी इच्छा थी कि देश आजाद होने के बाद ही उनकी अस्थियां भारत लायी जायें। इसलिए गुजरात का मुख्यमंत्री बनने के बाद मोदीजी 2003 में उनकी अस्थियों को भारत लाये।
इस अवसर पर अरूणा भारद्वाज, सुधांशु, संजय शर्मा, सुनील अहलावत, मनोज चोटी सभासद, ओमकार सभासद, विपिन और प्रदीप भारद्वाज आदि उपस्थित रहे।